|
||
सरकार ने कहा, कमजोर मानसून के
कारण आएगी गिरावट
पिछले साल का गेहूं और
चावल का स्टाक काफी बेहतर है। कोई समस्या नहीं है। मुझे चिंता
है कि गेहूं, आटा
और चीनी की कीमतें बाजार में बढ़ रही हैं - शरद पवार, केंद्रीय कृषि
मंत्री
नई दिल्ली (एसएनबी)। कृषि मंत्री शरद
पवार ने अब कृषि के पहले अग्रिम अनुमान में यह माना कि खरीफ सत्र में देश
का खाद्यान्न उत्पादन 10 फीसदी
तक घटकर 11 करोड़
71.8 लाख
टन रह जाएगा। लगातार
दो साल अच्छी फसल और उत्पादन के रिकार्ड के बाद इस साल देश में खाद्यान्न
उत्पादन घटेगा। पिछले साल 12 करोड़ 99.4 लाख टन खाद्यान्न
उत्पादन था। बाजार में गेहूं,
चावल और आटे की कीमतें बढ़ने पर चिंता जताते हुए
पवार ने कहा कि जब भंडार की स्थिति ठीक है और फसल भी अच्छी है तो कीमतें
क्यों चढ़ रही हैं। इस मुद्दे पर वह खाद्य मंत्री से बात करेंगे। पवार
ने कहा कि कमजोर मानसून के कारण खरीफ उत्पादन में गिरावट आई है। पत्रकारों
से बातचीत में उन्होंने कहा कि पिछले साल के खरीफ सत्र में खाद्यान्न उत्पादन 12 करोड़ 99.4 लाख टन हुआ था।
चावल का उत्पादन खरीफ सत्र
में घटकर आठ करोड़ 55.9
लाख टन रह जाने का अनुमान है,
जो पिछले खरीफ सत्र
गर्मी की फसल में नौ करोड़ 15.3
लाख टन था। उन्होंने कहा कि पहले अग्रिम अनुमान
में फसल वर्ष 2012-13 के
खरीफ सत्र में खाद्यान्न उत्पादन 11
करोड़ 71.8 लाख टन होने की उम्मीद है जो पिछले वर्ष के मुकाबले कम है
लेकिन यह पिछले
पांच वर्षो के 11.3 करोड़
टन के औसत से कहीं बेहतर है। खरीफ सत्र में जो भी कमी हमने देखी है उसकी भरपाई
रबी सत्र में कर ली जाएगी। उन्होंने
कहा कि इस वर्ष खरीफ सत्र में दलहनों का उत्पादन 52.6 लाख टन होने का अनुमान
है।
|
राष्ट्रीय सहारा दिल्ली संस्करण पेज 12,
25-9-2012 कृषि
No comments:
Post a Comment