Friday, November 2, 2012

रबी फसलों का समर्थन मूल्य घोषित



ठ्ठ जागरण ब्यूरो, नई दिल्ली सरकार ने गेहूं को छोड़कर शेष अन्य रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य की घोषणा कर दी है। रबी सीजन की प्रमुख फसल गेहूं के समर्थन मूल्य की घोषणा पर अलग से विचार किया जाएगा। आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (सीसीईए) की बैठक में दलहन व तिलहन फसलों के समर्थन मूल्य में 500 रुपये प्रति क्विंटल तक की वृद्धि के प्रस्ताव पर मुहर लगाई गई। प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह की अध्यक्षता में हुई सीसीईए की बैठक में रबी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर फैसला लिया गया। चना और मसूर के समर्थन मूल्य में 400 रुपये प्रति क्ंिवटल की वृद्धि के प्रस्ताव को मंजूर कर लिया गया। पिछले साल इन दोनों प्रमुख दलहन फसलों के मूल्य जहां 2800 रुपये प्रति क्ंिवटल थे, वे अब बढ़कर 3200 रुपये प्रति क्ंिवटल हो गए हैं। इसी तरह सरसों के मूल्य 500 रुपये बढ़ाकर 3000 रुपये प्रति क्ंिवटल कर दिए गए हैं। जबकि एक मात्र अनाज जौ का समर्थन मूल्य 980 रुपये प्रति क्विंटल से बढ़ाकर 1100 रुपये कर दिया गया है। उधर, गेहूं के समर्थन मूल्य को लेकर कृषि मंत्रालय खुद असमंजस में है, इसीलिए सीसीईए में इस आशय का प्रस्ताव पेश नहीं किया गया। बताया गया कि सीसीईए की अगली बैठक में इसे रखा जाएगा। गेहूं के एमएसपी निर्धारण पर कृषि लागत व मूल्य आयोग (सीएसीपी) की सिफारिशों को लेकर सरकार असहज है। यही वजह है कि सीसीईए की बैठक में गेहूं के एमएसपी पर कोई फैसला नहीं लिया जा सका। सीएसीपी ने गेहूं के एमएसपी में कोई वृद्धि न करने की सिफारिश की थी। आयोग के इस प्रस्ताव से कृषि मंत्रालय सहमत नहीं था। मंत्रालय इसमें 115 रुपये प्रति क्विंटल की वृद्धि चाहता है। इससे गेहूं का एमएसपी 1400 रुपये प्रति क्ंिवटल हो जाएगा। पिछले साल गेहूं का समर्थन मूल्य 1285 रुपये प्रति क्विंटल था। मंत्रालय का तर्क है कि डीजल में पांच रुपये प्रति लीटर की वृद्धि को आयोग ने नजरंदाज किया है।
1.       Dainik jagran National Edition -2-11-2012(d`f”k) Page -10

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