Thursday, September 8, 2011

कर्ज में डूबे हैं देश के आधे किसान


देश के कुल नौ करोड़ किसान परिवारों में से करीब आधे किसान परिवार कर्ज में डूबे हैं। नेशनल सैंपल सर्वे ऑर्गेनाइजेशन (एनएसएसओ) की एक रिपोर्ट में यह तथ्य सामने आया है। पिछले सप्ताह संसद में कृषि मंत्री शरद पवार ने एनएसएसओ की इस रिपोर्ट के हवाले से कहा कि देश में कुल 8.93 करोड़ किसान परिवार हैं। इनमें से 4.34 करोड़ किसान परिवार कर्जग्रस्त हैं। किसान परिवारों की कर्जग्रस्ता शीर्षक से प्रकाशित इस रिपोर्ट में कहा गया है कि देश के करीब 48.6 फीसदी किसानों ने नकदी या अन्य रूप में कर्ज लिया है। आंध्र प्रदेश में सबसे ज्यादा 49.49 लाख किसान परिवार कर्जग्रस्त हैं। यह संख्या प्रदेश के कुल किसान परिवारों की 82 प्रतिशत है। वहीं तमिलनाडु में 74.5 प्रतिशत, पंजाब में 65.4 प्रतिशत, केरल में 64.4 प्रतिशत, कर्नाटक में 61.6 प्रतिशत और महाराष्ट्र में 54.8 प्रतिशत किसान परिवार कर्ज के जाल में उलझे हैं। पवार ने कहा कि किसानों को संस्थागत कर्ज के बोझ से छुटकारा दिलाने के लिए सरकार ने कृषि कर्ज माफी और कर्ज राहत योजना 2008 लागू की थी। इस योजना के तहत करीब 3.69 करोड़ किसानों को 65,318 करोड़ रुपये का अनुदान मंजूर किया गया है। केंद्र सरकार ने इस योजना के तहत अब तक 51,340 करोड़ रुपये की राशि वित्तीय संस्थानों को जारी की है।


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