Sunday, July 24, 2011

किसानों ने साबेरी में सर्वे टीम को रोका


ग्रेटर नोएडा साबेरी गांव की जमीन का सर्वे कराने गई प्राधिकरण व राजस्व विभाग की टीम को किसानों ने सर्वे करने से रोक दिया। हालांकि किसानों के विरोध करने से पहले टीम काफी जमीन का सर्वे कर चुकी थी। किसानों का कहना है कि राजस्व अभिलेखों में प्राधिकरण पहले उनका नाम दर्ज कराए, उसके बाद सर्वे करने दिया जाएगा। प्राधिकरण ने किसानों को जमीन लौटने के साथ गांव में फिर से अधिग्रहण की प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। शनिवार को छुट्टी के बावजूद प्राधिकरण कार्यालय खोला गया। भूमि विभाग की टीम अधिग्रहण के प्रथम चरण की कार्रवाई (धारा-4) का प्रस्ताव तैयार करने में जुटी रही। अधिकारिक सूत्रों का कहना है कि शासन को अधिग्रहण का प्रस्ताव भेजने से पहले गांव की जमीन का सर्वे किया जाएगा। साबेरी गांव पुलिस की दृष्टि से गौतमबुद्धनगर में पड़ता है, जबकि राजस्व की दृष्टि से यह गांव गाजियाबाद जिले में आता है। शनिवार को गाजियाबाद के राजस्व विभाग के लेखपाल व प्राधिकरण के परियोजना विभाग के प्रबंधक गांव में पहुंचे। उन्होंने जमीन का रेखांकन करने के साथ ही वस्तु स्थिति की भी रिपोर्ट तैयार की। करीब दो घंटे तक टीम सर्वे करती रही। ग्रामीणों ने पहले समझा कि जमीन को वापस लौटने के लिए सर्वे किया जा रहा है। जब पता चला कि जमीन का फिर से अधिग्रहण करने के लिए सर्वे किया जा रहा है तो उन्होंने टीम को सर्वे करने से रोक दिया। किसान कासिद अली व राजपाल सिंह का कहना है कि प्राधिकरण पहले उनके नाम राजस्व अभिलेखों में दर्ज कराए, उसके बाद सर्वे की कार्रवाई करने दी जाएगी। प्राधिकरण अधिकारी इस संबंध में कुछ भी बोलने से इंकार कर रहे हैं। उनका कहना है कि जमीन को वापस लौटने की कार्रवाई के लिए सर्वे किया जा रहा है।

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