Tuesday, July 12, 2011

अंबाला में 51 दिन से धरना दे रहे किसान राहुल से खफा


अंबाला अलीगढ़ में किसानों की महापंचायत के दौरान राहुल गांधी द्वारा हरियाणा सरकार की भू-अधिग्रहण और पुनर्वास नीति की वाहवाही अंबाला के उन किसानों को नागवार गुजरी है जो 51 दिन से धरने पर बैठे हैं। जमीन अधिग्रहण के विरोध में धरने पर बैठे किसानों का कहना है कि राहुल गांधी हरियाणा सरकार की भूमि अधिग्रहण नीति को लेकर विपक्ष को नसीहत देने से पहले जमीन खोने का दर्द हमसे पूछें। अंबाला के किसान पंजोखरा में प्रस्तावित आईएमटी (इंडस्टि्रयल मॉडल टाउनशिप)के लिए जमीन का अधिग्रहण करने के विरोध में 21 मई से भूख हड़ताल कर रहे हैं। प्रत्येक दिन पांच किसान 24 घंटे के लिए भूख हड़ताल पर बैठते हैं, जबकि महिलाएं बारह घंटे के लिए। अब तक किसानों के समर्थन में विपक्षी पार्टी के अनेक नेताओं के अलावा कांग्रेसी नेता भी आ चुके हैं, लेकिन प्रदेश सरकार की ओर से कोई घोषणा तो दूर, आश्वासन भी नहीं दिया जा रहा है। धरने पर बैठे किसानों ने कहा कि कांग्रेस के युवराज या तो उनके जमीन बचाओ आंदोलन से वाकिफ नहीं या फिर वह यूपी मेंकिसानों को गुमराह करने में जुटे हैं। किसानों ने कहा कि केंद्रीय मंत्री और इलाके की सांसद कुमारी सैलजा उपजाऊ जमीन का अधिग्रहण न किए जाने का आश्र्वासन कई बार दे चुकी हैं। यहां तक कि वह धरने में भी शिरकत कर चुकी हैं, लेकिन मुख्यमंत्री कोई आश्वासन देने के लिए भी तैयार नहीं हैं। ये किसान उसी दिन धरने पर बैठे थे जिस दिन मुख्यमंत्री ने शहर की अनाज मंडी में रैली की थी। आइएमटी के लिए 1800 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होना है।


दीपक बहल,  पृष्ठ संख्या 01, दैनिक जागरण (राष्ट्रीय संस्करण), 12 जुलाई, 2011

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